
एरवीकुलम वन्यजीव अभयारण्य 1975 से पहले सिर्फ एक खुले जंगल की तरह था। लेकिन इस वन्यजीव अभयारण्य को 1975 में सरकार द्वारा अभयारण्य घोषित किया था। इस अभ्यारण्य को 1978 में नेशनल अभयारण्य घोषित किया गया है। यह नेशनल पार्क काफी बड़ा है और इसको पर्यटक ट्रैकिंग और वाइल्डलाइफ के कुछ अलग अलग अनुभव मजा लेने के लिए यहां आते हैं। समुद्र तल से 7000 फीट की ऊंचाई पर यह इरैवी कुलम नेशनल पार्क है। एरविकुलम नेशनल पार्क 97KM2 में फैला हुआ है। एरविकुलम नेशनल पार्क में अधिकांश लूढकती घास के मैदानों से आच्छादित है। यहां पर सबसे महत्वपूर्ण वनस्पतियों में एक्टिनोडाफेन बॉर्डिलोनी, माइक्रोट्रोपिस रेमीफ्लोरा, पिटोस्पोरम टेट्रास्पर्मियम, सिसिजियम एरोनोटियनम, क्राइसोपोगोन ज़ेलानियस, यूपेटोरियम एडेनोफोरम, स्ट्रोबिलैन्थस कुंथियानस (नीला कुरिंजी), यूलिया फियोथ्रिक्स, ट्रिपोजेनला ब्रोमोड्स जैसे काफी अलग प्रकार शामिल है।
एरवीकुलम नेशनल पार्क में 29 प्रकार के अलग अलग प्राणी देखने को मिलते हैं जिनमें पांच पश्चिमी घाट के स्थानीय है। यहां पर हमको नीलगिरी, लंगूर, सुस्तभालू, नीलगिरी तहर, बाघ, गौर, तेंदुआ जंगली कुत्ता जैसे प्रजातियां देखने को मिलते हैं। एरवीकुलम नेशनल पार्क में 140 प्रजातियों के पक्षी देखने मिलते हैं। यहां पर 100 से ज्यादा तितलियों के अलग-अलग प्रजातियां देखी गई है और यहां पर उभयचरों की 20 से ज्यादा प्रजाति देखी जा चुकी हैं। एरविकुलम नेशनल पार्क में आप ट्रैकिंग, माउंटेनियरिंग जैसी एक्टिविटीज का मजा भी ले सकते हैं।
एरवीकुलम नेशनल पार्क कैसे पहुंचे ?
एरविकुलम नेशनल पार्क पहुंचने के लिए इडुक्की आकर और वहां बस या CAB करके देवीकुलम तालुका में एरवीकुलम पार्क पहुंच सकते हो।
ADDRESS:- देवीकुलम तालुका, ईदुक्की जिला, केरला.
एरविकुलम नेशनल पार्क कब जाए ?
एरवीकुलम नेशनल पार्क काफी सुंदर पार्क है और यह पार्क देखने के लिए आप जून से फरवरी जाना अच्छा रहता है। क्योंकि जून से फरवरी महीने मैं आपको यहां चारों तरफ से हरा भरा जंगल देखने को मिलेगा। इस वक्त में मौसम काफी सुहाना होता है।