वायनाड वन्यजीव अभयारण्य जो वायनाड जिले के अंदर भारत के केरल राज्य में है। यह अभयारण्य 1973 में स्थापित किया था। वायनाड वन्यजीव अभयारण्य में काफी ज्यादा वनस्पति और कई तरह के वन्यजीव है। इस जंगल में हाथी की एक बड़ी आबादी है जिसे प्रोजेक्ट एलिफेंट साइट घोषित किया गया है।
यह अभयारण्य बाघों, पैंथर्स, जंगल बिल्लियां, सिवैट कैट, बंदर, जंगली कुत्ते, बाइसन, हिरन, भालू, मॉनिटर छिपकली और अलग-अलग सांप देखने जाना जाता हैं और यहां पर तरह तरह के पक्षी भी नजर आते हैं। वायनाड वन्यजीव अभयारण्य में हमको काफी अर्ध सदाबहार पैच की वनस्पतियां देखने को मिलती है। यह जंगल केरल राज्य का दूसरा सबसे बड़ा जंगल है और यहां पर हर साल लाखों पर्यटक आते हैं।
जंगल में घूमने का टाइम टेबल
वायनाड वन्यजीव अभयारण्य में घूमने के लिए दो बैचों का आयोजन किया जाता है जिसमें एक बैच सुबह 7:00 से 9:00 बजे तक होती है और दूसरी बैच श्याम को 3:00 से 5:00 बजे होती है। सफारी जीप में करते हैं। यहां पर आपको अधिकारी सफारी में जंगल की अच्छी जगहों पर प्राणी और वनस्पति दिखाने ले जाते हैं। आपको अगर घूमना पसंद है। तो आप यहां जरूर विजिट करें।
वायनाड वन्यजीव अभयारण्य – केरला
वायनाड वन्यजीव अभयारण्य कैसे पहुंचे ?
केरल राज्य के वायनाड जिले से सुल्तान बथेरी के लिए बस सेवा है। जिससे आप सुल्तान बथेरी से 16 किलोमीटर दूरी पर स्थित वायनाड वन्यजीव अभयारण्य पहुंच सकते हो।
- निकट का रेलवे स्टेशन कोझीकोड है और यह रेलवे स्टेशन लगभग 105 किमी की दूरी पर है।
- निकटतम हवाई अड्डा भी कोझिकोड में ही है।
- WAYANAD WILDLIFE SANCHURY IN ENGLISH